विगत वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में प्रदेश में हुई 4725 लोगों की मौत
पटियाला, 12 अक्तूबर (परगट सिंह बलबेड़ा): देश भर में बिछे सड़की जाल ने जहां सुदूरवर्ती स्थानों पर पहुंचने हेतु लोगों को एक बड़ी सुविधा दी है वहीं यातायात मार्गों पर घटित हो रही दुर्घटनाओं में गंवाई जाने वाली कीमती जानों की संख्या में भी अथाह वृद्धि हुई है। पंजाब वासी भले ही देश की आजादी का 2.28 प्रतिशत हिस्सा ही है परन्तु सड़क दुर्घटनाओं दौरान जाने गंवाने में विगत पांच वर्षों के दौरान देश की सड़की दुर्घटनाओं दौरान होती मृत्यु दर का 3.3 प्रतिशत से 3.5 प्रतिशत हिस्सा पंजाब का है। यदि सरकारी आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो वर्ष 2018 दौरान पंजाब में कुल 6411 सड़क दुर्घटनाएं घटित होने की रिपोर्ट दर्ज हुई, जिनमें से 4725 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस वर्ष की रोजाना की औसत 13 बनती है। वर्ष 2016 में 5077 लोगों को सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवानी पड़ी थी और वर्ष 2017 में यह आंकड़ा कम होकर 4459 रह गया था परन्तु वर्ष 2018 दौरान इस आंकड़े में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह आंकड़ा 4725 तक पहुंच गया। इस समय दौरान 74 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं राष्ट्रीय मार्गों और राज्य मार्गों पर घटित हुईं, जिस दौरान राष्ट्रीय मार्गों पर मृत्यु दर 0.64 प्रति किलोमीटर प्रति वर्ष और राज्य मार्गों पर मृत्यु दर 1.65 प्रति किलोमीटर प्रति वर्ष बनती है। पूरे वर्ष दौरान घटित सड़क दुर्घटनाओं में 2540 दुर्घटनाएं वाहनों की तेज स्पीड से घटीं और इनमें 85 दुर्घटनाओं का कारण शराब पीकर गाड़ी चलाना था। इन दुर्घटनाओं दौरान मरने वालों में 75 प्रतिशत संख्या 18 से 45 वर्ष के नौजवानों की है। इस वर्ष दौरान रूपनगर, श्री फतेहगढ़ साहिब और एस.ए.एस. नगर जिलों में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं दौरान जानें गईं। यह दुर्घटनाएं 58 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों एवं 42 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में घटित और पूरे वर्ष दौरान 4757 करोड़ का आर्थिक घाटा पड़ा। वर्णनीय है कि राज्य में वाहनों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है। दिसम्बर 2018 तक पंजाब में कुल 1 करोड़ 13 लाख 36 हज़ार 533 वाहन रजिस्टर्ड हो चुके हैं, जिनमें से अकेले वर्ष 2018 दौरान 836021 वाहन रजिस्टर्ड हुए और हर रोज 355 कारें एं 1816 अन्य वाहन रजिस्टर्ड हुए।