ननकाना साहिब नरसंहार शताब्दी पर 20 हज़ार संगत पहुंचेगी पाक : ज्ञानी हरप्रीत कौर

अमृतसर, 21 फरवरी (सुरिंदर कोछड़): श्री ननकाणा साहिब नरसंहार के शहीदों की याद में पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व इवैकूई ट्रस्ट प्रापर्टी बोर्ड द्वारा संयुक्त तौर पर करवाए गए समागम मेें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि अगले वर्ष नरसंहार के शताब्दी समागम में भारत से 20 हज़ार संगत शिरकत करेगी। गुरुद्वारा जन्म अस्थान श्री ननकाना साहिब में नरसंहार श्री ननकाना साहिब को समर्पित श्री अखंड  साहिब पाठ जी के भोग के पश्चात् विशेष दीवान सजाए गए, जिसमें ढाडी व कीर्तनी जत्थों द्वारा गुरु इतिहास सुनाकर संगत को निहाल करते हुए नरसंहार के इतिहास बारे रोशनी डाली गई। इस अवसर पर आयोजित समागम को सम्बोधित करते हुए जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि सिख इतिहास में गुरु साहिब द्वारा दर्शाए फलसफे व सिद्धांतों पर चलकर शहादत देने वाले कई वीर सिखों के नाम दर्ज हैं। उन्होंने श्री ननकाना साहिब के नरसंहार दौरान शहीद हुए सिखों को श्रद्धा व सम्मान भेंट करते हुए सिख इतिहास के इन पन्नों से प्रेरणा लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा सुधार लहर मेें श्री ननकाना साहिब का नरसंहार स्वयं को न्यौछावर करने व निष्काम कुर्बानी की अदभुत मिसाल है। इस नरसंहार ने पूरी सिख कौम को जबरदस्त झटका देकर झिंझोड़ दिया। इस अवसर पर ईटीपीबी के सचिव तारिक वज़ीर, डिप्टी सचिव इमरान गौंदल,  परमजीत सिंह सरना, हरविंदर सिंह सरना, पीएसजीपीसी के अध्यक्ष सतवंत सिंह, पूर्व अध्यक्ष बिशन सिंह, सदस्य डा. मिमपाल सिंह, रविंदर सिंह, पश्चिमी पंजाब की प्रादेशिक विधानसभा सचिव महिन्द्रपाल सिंह आदि मौजूद थे। सतवंत सिंह ने कहा कि गुरु साहिबान द्वारा सैद्धांतिक व व्यावहारिक रूप में दृढ़ करवाया गया सिख फलसफा को सच के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है जबकि बिशन सिंह ने जहां ननकाना साहिब नरसंहार की पृष्ठभूमि को श्रोताओं को सांझा किया और वहीं इस नरसंहार के बाद पड़े प्रभावों बारे भी अपने विचार व्यक्त किए।