नगर कीर्तन कॉरिडोर के द्वारा पहुंचा श्री करतारपुर साहिब 

अमृतसर, 07 मार्च - (सुरिन्दर कोछड़) - पहली पातशाही श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित गुरुद्वारा श्री थम साहिब करतारपुर से सजाए गए नगर कीर्तन के आज प्रातःकाल भारी बारिश के दौरान करतारपुर के रास्ते से गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पहुंचने पर पाकिस्तान सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा  भव्य स्वागत किया गया। लाहौर से इस संबंधी 'अजीत' के साथ फोन पर यह जानकारी सांझा करते पाकिस्तान सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान स. सतवंत सिंह ने बताया कि उक्त विशाल नगर कीर्तन निरोल सेवा संस्था, श्री मुक्तसर साहिब के डॉ. जगदीप सिंह के प्रयासों के साथ गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में पहुंचा। जिसमें 585 श्रद्धालु शामिल थे। उन्होंने बताया कि पांच प्यारों के नेतृत्व में श्री करतारपुर साहिब पहुंचे उक्त नगर कीर्तन का स्वागत भारत-पाकिस्तान के जीरो गेट पर पीएसजीपीसी के महासचिव स. अमीर सिंह ने किया। वहीं श्री ननकाना साहिब से विशेष तौर पर लाई गई पालकी साहिब वाली बस में श्री गुरु ग्रंथ साहिब को सुशोभित करने के उपरांत नगर कीर्तन पांच प्यारों के नेतृत्व में सतनाम वाहेगुरु का जाप करता जयकारों की गूंज में पैदल गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पहुंचा। यहां पहुंचने पर नगर कीर्तन पर फूलों की वर्षा की गई और नगर कीर्तन का गुरुद्वारा साहिब पहुंचने पर पीएसजीपीसी मैंबर इन्द्रजीत सिंह, एमपीए और पाक सिक्ख नेता स. रमेश सिंह अरोड़ा समेत गुरुद्वारा साहिब के हेड ग्रंथी भाई गोबिन्द सिंह द्वारा किया गया। नगर कीर्तन में पहुंचे श्रद्धालुओं ने सरोवर में स्नान करने के उपरांत लंगर छका और सिक्ख अजायब-घर और अन्य गैलरियों का दौरा भी किया। 
गुरुद्वारा साहिब में भारत से पहुंचे श्रद्धालु और संस्था के अधिकारियों को गुरू घर की बख़शीश सिरोपा भेंट करके सम्मानित किया गया। प्रधान स. सतवंत सिंह ने भारत की दूसरे सिक्ख जत्थेबंदियों और शिरोमणि कमेटी को भी अपील की है कि 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित करतारपुर रास्ते के द्वारा अधिक से अधिक संख्या में सिक्ख जत्थे नगर कीर्तन सजाकर गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान और पीएसजीपीसी का यही उद्देश्य है कि भारत सरकार और भारतीय सिक्ख जत्थेबंदियों के साथ बढ़िया और मजबूत संबंध कायम किये जाये, जिसके लिए पाक सरकार और गुरुद्वारा कमेटी द्वारा कोशिशें जारी रहेंगी।