दिल्ली विधानसभा चुनाव- दोनों बादल स्टैंड स्पष्ट करें : भाकपा


चंडीगढ़, 21 जनवरी (अ.स.) : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान श्री मनजिंदर सिंह सिरसा द्वारा दिल्ली असैंबली चुनावों न लड़ने और सी.ए.ए. के विरुद्ध बयान का ही कोई अर्थ है, जो विधानसभा व पार्लियामैंट और असैंबली में अकाली दल ऐसा स्टैंड लें। यह बात भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पंजाब के सचिव बंत सिंह बराड़, सीनियर नेता डा. जोगिंदर दयाल और कुल-हिंद किसान सभा के वर्किंग प्रैजीडैंट भूपिंदर सांवर ने एक सांझे बयान में कहीं। तीनों नेताओं ने कहा कि दिल्ली-असैंबली चुनावों के लिए समझौते में भाजपा द्वारा अकाली दल की मांग रद्द किए जाने के प्रतिक्रम में दिया बयान क्या मायने रखता है, जबकि अकाली सी.ए.ए. पास करने में भाजपा-आरएसएस की सहयोगी रहे हैं। इसने पंजाब असैंबली द्वारा पास किए सी.ए.ए. विरुद्ध प्रस्ताव की हिमायत भी नहीं की और श्रीमती हरसिमरत कौर बादल केन्द्रीय सरकार की सहयोगी रही है। उन्होंने स. प्रकाश सिंह बादल और स. सुखबीर सिंह बादल को कहा है कि वह उक्त मामले संबंधी चुप्पी तोड़ें।