जामिया में छात्रों पर हमला कर रहे अर्द्धसैनिक बल के कर्मियों का वीडियो जारी

नई दिल्ली, 16 फरवरी (भाषा) : जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस की कथित बर्बरता के दो महीने बाद एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें कथित तौर पर अर्द्धसैनिक बल और पुलिसकर्मी पिछले साल 15 दिसम्बर को विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में छात्रों पर लाठीचार्ज करते दिख रहे हैं। इस पर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहित कई नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सीसीटीवी फुटेज प्रतीत हो रहे 48 सेकेंड के इस वीडियो में कथित तौर पर अर्द्धसैनिक बल और पुलिस के करीब सात-आठ कर्मी ओल्ड रीडिंग हॉल में प्रवेश करते और छात्रों को लाठियों से पीटते दिख रहे हैं। ये कर्मी रूमाल से अपने चेहरे ढंके हुए भी नजर आ रहे हैं। यह वीडियो जामिया समन्वय समिति ने जारी किया है। इस समिति में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र और विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र शामिल हैं। परिसर में 15 दिसम्बर को कथित पुलिस बर्बरता के बाद इसका गठन किया गया था। विश्वविद्यालय 15 जनवरी को उस वक्त युद्धक्षेत्र में तब्दील हो गया था, जब पुलिस विश्वविद्यालय परिसर के भीतर उन बाहरी लोगों की तलाश में घुसी, जिन्होंने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान इस शैक्षणिक संस्थान से कुछ ही दूरी पर हिंसा और आगजनी की थी। विश्वविद्यालय के विधि के एक छात्र ने आरोप लगाया था कि पुलिस कार्रवाई में उसकी एक आंख की रोशनी चली गई। विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया विभाग) प्रवीर रंजन ने कहा कि यह वीडियो पुलिस के संज्ञान में आया है और वे चल रही जांच प्रक्रिया के तहत इसकी भी जांच करेंगे।