अकाली दल ने ग्रुप लीडर बदले जाने बारे 12 जून को कर दिया था सूचित : डा. चीमा

चंडीगढ़, 19 अक्तूबर (विक्रमजीत सिंह मान): शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता व राजसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने राज्यसभा में शिरोमणि अकाली दल के सदस्यों के पद से इस्तीफा देने के मुद्दे ने अब दिलचस्प मोड़ ले लिया, जब अकाली दल ने यह दावा कर दिया कि अकाली दल ने पहले ही संसदीय मामलों के मंत्री को पत्र लिखकर राज्यसभा में अपनी लीडरशिप बदले जाने बारे गत 12 जून  को सूचित कर दिया था। इस संबंधी डा. दलजीत सिंह चीमा ने बताया कि इस पत्र में बलविन्द्र सिंह भूंदड़ व नरेश गुजराल के नाम लिखे गए हैं व इस पत्र की एक कापी राज्यसभा के महासचिव को भी भेजी जा चुकी है। राज्यसभा में लीडर बदलने के लिए पिछले जून महीने में ही पार्टी द्वारा पत्र लिख दिये जाने के दावे पर ढींडसा द्वारा इस्तीफा दिये जाने से यही संकेत मिले हैं कि अकाली दल में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। जहां गत लोकसभा चुनावों में अकाली दल से कई सीनियर अकाली नेता अलग हो गए व अपना अलग अकाली दल टकसाली बना लिया व इस नये अकाली दल टकसाली से कई अन्य नेता भी जुड़ गए, परन्तु सुखदेव सिंह ढींडसा ने अकाली दल से दूरी बनाते हुए चुप्पी साध रखी थी। हालांकि उनके फरज़ंद पूर्व वित्तीय मंत्री परमिन्द्र सिंह ढींडसा अपने पिता द्वारा उठाए कदम के बावजूद अकाली दल के साथ खड़े दिखाई देते हैं। ताज़ा मामले से इस चर्चा ने अब यह ज़ोर पकड़ लिया है कि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल व सुखदेव सिंह ढींडसा मध्य संबंध ठीक होने की बजाए मतभेद और बढ़ गए हैं। इस दौरान स. सुखदेव सिंह ढींडसा ने मामले पर प्रतिक्रम देते कहा कि राज्यसभा के चेयरमैन के कार्यालय से पता कर सकते हैं कि इस्तीफा कब दिया गया व अब तक कौन ग्रुप लीडर चला आ रहा था।