आनलाइन रजिस्ट्रेशन की पुष्टि होने के बावजूद श्रद्धालु दम्पत्ति बिना दर्शन वापिस लौटा


बटाला, 20 नवम्बर (काहलों) : आनलाइन रजिस्ट्रेशन की पुष्टि होने के बावजूद  गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों को जाने वाले श्रद्धालु अधिकारियों द्वारा सहयोग न किए जाने पर नाखुश हैं। आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने उपरांत फगवाड़ा शहर से गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों का उत्साह लेकर डेरा बाबा नानक पहुंचे हरिंदर सिंह कुंनर और उनकी पत्त्नी देव कौर को भी आज उस समय निराशा का सामना करना पड़ा, जब इमीग्रेशन अधिकारी द्वारा उनके रजिस्ट्रेशन फार्म तकनीकि कारणों करके रद्द कर दिए गए और मजबूरन श्रद्धालु जोड़े को गुरुद्वारा साहिब के दर्शनों किए बिना ही वापिस लौटना पड़ा। वापिस लौटे श्रद्धालु जोड़े ने बताया कि करीब 15 दिन पहले उन्होंने गुरुद्वारा साहिब के खुले दर्शन दीदार के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाई थी और चार दिन पहले बकायदा एस.एम.एस. से हमें यात्रा संबंधी सूचित भी किया गया था, जिसके चलते वो गुरुद्वारा साहिब के दर्शनों के लिए उत्साहित थे। उन्होंने बताया कि आज सुबह जब वो डेरा बाबा नानक पहुंचने उपरांत अपने दस्तावेज जांच करवाने के लिए यात्री टर्मिनल पहुंचे तो इमीग्रेशन काऊंटर पर बैठे अधिकारी ने हमारी रजिस्ट्रेशन यह कहकर रद्द कर दी कि रजिस्ट्रेशन फार्माें में अंकित आपके नाम  के मध्य जगह नहीं छोड़ी गई, जिस कारण कंप्यूटर और उनकी रजिस्ट्रेशन से संबंधित जानकारी हासिल नहीं हो रही। श्रद्धालु जोड़े का कहना था कि अगर हमारे रजिस्ट्रेशन फार्माें में कोई कमी थी तो फिर क्यों एस.एम.एस. से उनको गुरुद्वारा साहिब के दर्शनों को जाने की अधिकारिक सूचना दी गई, परंतु कई दलीलें दिए जाने के बावजूद  उक्त अधिकारी अपने अड़ियल रैवेये पर कायम रहा और मजबूत उनको गुरुद्वारा साहिब के दर्शन किए बिना वापिस लौटना पड़ रहा है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से मांग की कि यात्री टर्मिनल में तैनात स्टाफ की जवाबदेही तय की जाए और साथ साथ सहायता केंद्र भी स्थापित किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।